आज का विचार
उस आदमी के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है, जो दृढ़ संकल्प करे और तब उस कार्य को करे, सफलता का यही एकमात्र नियम है।’’
माईराबियन
माईराबियन
विचारों की एक नदी हम सब के अंतस में बहती है प्रवाह है कि थमने को तैयार नहीं और थमना भी नहीं चाहिये अंतस का यही प्रवाह तो अभिव्यक्ति का उदगम है बस थामे रहिये इस उदगम को विचारों का मंथन जाने कब कोई रत्न उगल दे विचारों कि यह नदी जाने कितने झरनों के साथ मेरे अंतर्मन में भी प्रवाहमान है जब तक है तब तक लिखना भी रोजमर्रा में शुमार है अभिव्यक्ति का आकाश भी अनंत है इस शीर्षक चित्र कि तरह रंग है तो उगते सूरज कि लालिमा पर शब्दों के अक्षत लगाते रहिये संभावनाओं के असीम आकाश पर स्वागत है आपका
ha sankalp hona jaruri he
जवाब देंहटाएंसत्य वचन!
जवाब देंहटाएंha asahi hota he.swatiji sahi farmaya aaj ka vichar02
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